Tuesday, January 13, 2009

ठाँ ठाँ करके मार गिरओ

ठाँ ठाँ करके मार गिराओ ऐसे अत्याचारी को,
जख्मी करके ज़िन्दा है जो आमची मुम्बई प्यरी को,

5 comments:

Devendra Yadav said...

एक दम सही फ़रमाया हैं आपने..

Unknown said...

हिन्दी चिठ्ठा विश्व में आपका हार्दिक स्वागत है, खूब लिखें, लगातार लिखें, शुभकामनायें… सिर्फ़ एक अर्ज है कि कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें ताकि टिप्पणी में कोई बाधा न हो और इस सुविधा की कोई जरूरत भी नहीं है… धन्यवाद

Publisher said...

आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है

अभिषेक मिश्र said...

Lok Gunj ke sath swagat.
(gandhivichar.blogspot.com)

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

बहुत खूब्! एकदम सही..........

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